20 से 24 अक्टूबर, 2021 | प्रतिदिन सायं - 6:30 बजे
24 अक्टूबर 2021,मंगलवार
धागा, कटोरी और मपेट शैली
एक बदमाश भेड़िया एवं साथी
कपिल देव एवं साथी- मुम्बई
23 अक्टूबर 2021,मंगलवार
दस्ताना और छड़ शैली
गुलाबो- सिताबो एवं वीरांगना अवंतीबाई
प्रदीपनाथ त्रिपाठी एवं साथी- लखनऊ
22 अक्टूबर 2021,मंगलवार
छड़ ,कटोरी और मपेट शैली - सोने की चूड़ी और पिंजरे में शेर
अक्षय भाट एवं साथी- नईदिल्ली
21 अक्टूबर 2021,मंगलवार
दस्ताना और छड़ शैली
श्रीरामलीला एवं प्रणाम काकोरी
कप्तान सिंह 'कर्णधार' एवं साथी- शाहजहांपुर
20 अक्टूबर 2021,मंगलवार
धागा, कटोरी और छड़ शैली
श्रवण कुमार की कथा एवं जयश्रीकृष्णा
बिल्लूराम भाट एवं साथी- जयपुर
आप सभी सादर आमंत्रित हैं| प्रस्तुतियों के लिए प्रवेश निःशुल्क है|
मध्यप्रदेश की विशिष्टता को स्थापित करने तथा उसकी बहुरंगी, बहुआयामी संस्कृति को बेहतर रूप से समझने और दर्शाने का कार्य दीर्घा क्रमांक-एक...
आगे पढेंदीर्घा-एक से दो में प्रवेश करने के लिए जिस गलियारे से गुजर कर जाना होता है, वहाँ एक विशालकाय अनाज रखने की कोठी बनाई गई है।...
आगे पढेंकलाबोध दीर्घा में हमने जीवन चक्र से जुड़े संस्कारों तथा ऋतु चक्र से जुड़े गीत-पर्वों-मिथकों, अनुष्ठानों को समेटने का उद्देश्य रखा है।...
आगे पढेंसंकेतों, प्रतीकों की जिस आशुलिपि में इस आदिवासी समुदाय ने अपने देवलोक के वितान को लिखा है, उसकी व्यापकता दिक्-काल की अनंत-असीम की ...
आगे पढेंअतिथि राज्य की आदिवासी संस्कृति को दर्शाती दीर्घा में सबसे पहले छत्तीसगढ़ के आदिवासी समुदायों के जीवन को प्रस्तुत किया जा रहा है।...
आगे पढेंजीवन की भोर बेला यानी बचपन और उसके खेलों पर आधारित प्रदर्शनी इस दीर्घा में लगायी गई है। आदिवासी समुदायों में भौतिक वस्तुएँ नहीं के बराबर हैं...
आगे पढें